
Hima Das, जिसे हम “Dhing Express” के नाम से भी जानते हैं, असम के एक छोटे से गांव Dhing की रहने वाली हैं। ये कहानी है उस लड़की की जो muddy fields से निकलकर international tracks तक दौड़ी और भारत का नाम रोशन किया।
🌾 Village Life से शुरुआत
Hima का जन्म 9 जनवरी 2000 को असम के नागांव जिले के एक गरीब किसान परिवार में हुआ। उनके पिता rice fields में काम करते थे और मां housewife थीं। बचपन से ही Hima में energy और speed की कोई कमी नहीं थी।
🏏 Football से Athletics तक
शुरुआत में Hima का सपना footballer बनने का था। स्कूल में boys के साथ football खेलना उन्हें बहुत पसंद था। लेकिन जब एक local coach ने उनकी speed देखी, तो उन्हें athletics की सलाह दी।
🛤 संघर्षों की दौड़
- परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी।
- Training के लिए proper shoes तक नहीं थे।
- लेकिन Hima ने कभी हार नहीं मानी।
- बिना spikes के practice करना, muddy grounds पर दौड़ना – यही उनकी day-to-day life थी।
🥇 Turning Point – 2018 World U20 Championship
साल 2018 में Hima Das ने history बना दी। उन्होंने IAAF World U20 Championship में 400m race में gold medal जीतकर भारत की पहली महिला athlete बनने का गौरव हासिल किया।
🏆 Achievements की लिस्ट
- 2018 Asian Games में 2 silver medals
- 2019 में 5 international gold medals in just 20 days
- Arjuna Award से सम्मानित
Role Model for Youth
आज Hima उन लाखों लड़कियों की inspiration हैं जो छोटे शहरों से बड़े सपने देखती हैं। उनकी story बताती है कि “अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई मंज़िल दूर नहीं।”
🔥 Motivational Quote by Hima Das:
“Hard work, discipline, and patience – यही मेरी सफलता की कुंजी हैं।”
✍️ निष्कर्ष (Conclusion)
Hima Das की life एक ऐसी motivational story है जो बताती है कि कोई भी background आपकी success define नहीं करता। उनके संघर्ष और सफलता की journey हर youth को inspire करती है।
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