भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को संभालने वाले चेहरे की जब बात होती है, तो एक नाम सबसे पहले सामने आता है — अजित डोभाल (Ajit Doval)। एक ऐसा नाम जो भारतीय खुफिया एजेंसी (RAW और IB) से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक्स तक, हर जगह अपने अद्वितीय योगदान के लिए जाना जाता है।
👤 प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
अजित डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। उनके पिता, एक भारतीय सेना के ऑफिसर थे, जिसने डोभाल के मन में देशभक्ति की भावना बचपन से ही भर दी थी।
- 🎓 उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अजमेर मिलिट्री स्कूल से प्राप्त की।
- फिर आगे की पढ़ाई आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर्स डिग्री के साथ पूरी की।
🔍 IPS बनने की शुरुआत
1968 में अजित डोभाल ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जॉइन की और जल्दी ही इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में भेज दिए गए। यहीं से शुरू हुआ उनका एक ऐसा सफर जो देश की सुरक्षा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
🕵️♂️ जासूसी का सफर – RAW और IB के सुपरहीरो
डोभाल का सबसे चर्चित कार्यकाल पाकिस्तान में अंडरकवर मिशन का रहा, जहाँ उन्होंने 7 साल तक जासूस बनकर दुश्मन के बीच रहकर खुफिया जानकारियाँ इकट्ठा कीं।
- मिज़ोरम और पंजाब में उग्रवाद को खत्म करने में उनका अहम रोल रहा।
- 1988 में मिजो नेशनल फ्रंट के विद्रोहियों को आत्मसमर्पण कराने में उन्होंने क्रांतिकारी रणनीति अपनाई।
- उन्होंने गोल्डन टेम्पल ऑपरेशन (ऑपरेशन ब्लू स्टार) से पहले वहाँ कई दिन तक भेष बदलकर जासूसी की थी।
🧠 रणनीतिक दिमाग और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भूमिका
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजित डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया। यह वह पद है जो सीधे प्रधानमंत्री को सुरक्षा संबंधी सलाह देता है।
उनके कार्यकाल में:
- सर्जिकल स्ट्राइक (2016) और बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019) जैसे ऐतिहासिक ऑपरेशन्स को गुप्त रूप से योजनाबद्ध किया गया।
- उन्होंने डोकलाम विवाद और चीन सीमा पर तनाव के समय सूझबूझ से संकट को नियंत्रित किया।
- भारत की साइबर सिक्योरिटी नीति को भी उन्होंने सुदृढ़ किया।
📢 डोभाल डॉक्ट्रिन – एक नई सोच
डोभाल की सोच स्पष्ट है:
“Offensive Defense” यानी केवल डिफेंसिव रहना काफी नहीं, बल्कि समय आने पर भारत को हमला करने की भी ताकत दिखानी चाहिए।
🌐 अंतरराष्ट्रीय पहचान
अजित डोभाल को विश्व भर के खुफिया विशेषज्ञ एक सशक्त रणनीतिकार मानते हैं। उन्होंने अमेरिका, रूस, अफगानिस्तान जैसे देशों से सुरक्षा सहयोग मजबूत किए।
🏅 सम्मान और उपलब्धियाँ
- किरती चक्र से सम्मानित (एकमात्र पुलिस अधिकारी जिन्हें यह शांति काल में मिला)
- कई बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सुरक्षा विशेषज्ञ के रूप में सम्मानित।
🔚 निष्कर्ष (Conclusion)
अजित डोभाल एक ऐसे शख्स हैं जो दिखते कम हैं, पर देश के लिए करते बहुत हैं। उनकी रणनीति, निडरता और देशभक्ति हम सब के लिए प्रेरणा है। उनके जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि एक सामान्य नागरिक भी राष्ट्र के लिए असाधारण बन सकता है।
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