जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir) भारत का एक बेहद संवेदनशील, ऐतिहासिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह राज्य हिमालय की गोद में बसा है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व और राजनीतिक परिस्थितियों के कारण चर्चा में रहता है। धारा 370 के हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। यह लेख इसी प्रदेश की ऐतिहासिक, भौगोलिक, सामाजिक और राजनीतिक जानकारी विस्तार से प्रस्तुत करता है।
🗺️ जम्मू-कश्मीर का नक्शा (Map of Jammu & Kashmir)
धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर को पुनः संगठित कर दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटा गया:
- जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir)
- लद्दाख (Ladakh)
सीमाएं:
- उत्तर: चीन-अधिकृत क्षेत्र (Aksai Chin)
- पश्चिम: पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK)
- पूर्व: लद्दाख
- दक्षिण: पंजाब और हिमाचल प्रदेश
प्रमुख नदी: झेलम, चिनाब
महत्वपूर्ण झीलें: डल झील, वुलर झील
🏛️ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि (Historical Background)
- 1846: अमृतसर की संधि के तहत डोगरा राजा गुलाब सिंह ने जम्मू और कश्मीर को ब्रिटिशों से खरीदा।
- 1947: भारत-पाक बंटवारे के समय जम्मू-कश्मीर ने स्वतंत्र राज्य रहने का निर्णय लिया, लेकिन कबायलियों के हमले के बाद राजा हरि सिंह ने भारत में विलय समझौता किया।
- 1949: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा मिला Article 370 के अंतर्गत।
- 1954: Article 35A को जोड़ा गया, जिससे राज्य के नागरिकों को विशेष अधिकार मिले।
🧾 अनुच्छेद 370 और 35A (Article 370 and 35A)
🔴 Article 370:
- विशेष स्वायत्तता प्रदान करता था।
- केंद्र की सीमित शक्तियां थीं (रक्षा, विदेशी नीति, संचार)।
🔴 Article 35A:
- राज्य के स्थायी निवासियों को विशेष अधिकार देता था (भूमि, सरकारी नौकरी, स्कॉलरशिप आदि)।
📅 5 अगस्त 2019: ऐतिहासिक परिवर्तन
5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने Article 370 और 35A को हटा दिया। इसके साथ ही:
- जम्मू-कश्मीर राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।
- लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया।
- संविधान के सभी अनुच्छेद अब जम्मू-कश्मीर पर भी लागू हो गए।
प्रतिक्रिया:
- कुछ वर्गों ने इसे “राजनीतिक साहस” कहा, वहीं कुछ ने इसे “संविधानिक उल्लंघन” करार दिया।
🧑🤝🧑 सामाजिक ताना-बाना
धर्म:
- मुस्लिम: 67%
- हिंदू: 30%
- सिख, बौद्ध और अन्य: 3%
भाषाएं:
- कश्मीरी, डोगरी, उर्दू, पंजाबी, हिंदी और अंग्रेजी
प्रमुख समुदाय:
- कश्मीरी पंडित
- गुज्जर और बकरवाल जनजातियां
📊 आर्थिक स्थिति
- मुख्य आर्थिक गतिविधि: कृषि, हस्तशिल्प, टूरिज़्म
- प्रसिद्ध उत्पाद: सेब, अखरोट, केसर, ऊन, पश्मीना शॉल
- बेरोजगारी दर: Article 370 हटने से पहले 15% से अधिक, अब इसमें सुधार की संभावना।
🧨 आतंकवाद और सुरक्षा
- पाकिस्तान की सीमा से लगे होने के कारण सुरक्षा हमेशा एक चुनौती रही है।
- आतंकवाद से सबसे ज़्यादा प्रभावित जिलों में श्रीनगर, पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग आते हैं।
- धारा 370 हटने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया।
🚧 चुनौतियाँ
- राजनीतिक अस्थिरता – अभी तक निर्वाचित विधानसभा नहीं बनी।
- युवाओं में बेरोजगारी – स्वरोजगार की योजनाओं की आवश्यकता।
- धार्मिक और क्षेत्रीय तनाव – सामाजिक समरसता को बनाए रखना।
- विकास की असमानता – जम्मू और कश्मीर क्षेत्र के बीच विकास अंतर।
🟢 विकास की पहल (Development Initiatives)
- Smart City Mission के अंतर्गत श्रीनगर और जम्मू का पुनर्विकास।
- AIIMS और IIT जैसे बड़े संस्थानों की स्थापना।
- रेल परियोजनाएं: उधमपुर-बनिहाल-कटरा रेल लिंक
- Digital India अभियान: इंटरनेट एक्सेस और डिजिटल सेवाएं अब बेहतर हो रही हैं।
🧠 UPSC और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण?
- जम्मू-कश्मीर पर अक्सर UPSC Prelims और Mains में सवाल पूछे जाते हैं।
- सुरक्षा, संविधान, राज्य पुनर्गठन, federalism आदि से जुड़े विषयों को समझने में सहायक।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
जम्मू और कश्मीर केवल एक भू-राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि भारत की आत्मा और संस्कृति का अभिन्न अंग है। आज जब यह नया भविष्य बना रहा है, तब हमें इसके इतिहास, भूगोल, समाज और राजनीति को समझकर एक बेहतर भारत की ओर कदम बढ़ाने चाहिए।
📎 Bonus Info: Jammu-Kashmir पर पूछे गए UPSC प्रश्न (Examples)
Q1: Article 370 को हटाने के बाद कौन-कौन से अधिकार जम्मू-कश्मीर में लागू हो गए?
Q2: जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के तहत कौन-कौन से बदलाव हुए?